hindi stories for class 1
बन्दी जीवन (Short Moral Story)
तेनालीराम निर्भय और सत्यवादी था। वह जहां भी अन्याय और अत्याचार देखता उसका भण्डा फोड़ने में जरा भी संकोच नहीं करता था, चाहे राजा हो या रंक, गरीब हो या धनवान। नारी हो या पुरुष । यहां तक कि अपने आश्रयदाता सम्राट कृष्णदेव राय की भी मौके पर आलोचना करने से चूकता न था। पर …
दो दोस्त (short moral stories in hindi for class 8)
दो दोस्त थे एक का नाम था राजा और दूसरे का रवि था ।राजा पढ़ने मे बड़ा होशियार था वही रवि पढ़ने मे औसत था , दोनों दोस्त साथ में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए बाहर गए । कुछ समय बाद दोनों दोस्तों ने अपना वास्तुकार (architect) का काम शुरू किया ।राजा जो पढ़ने …
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चार मित्र
एक घने जंगल में एक झील थी। उसके किनारे चार मित्र रहते थे। पहला एक छोटा-सा भूरा चूहा था। वह झील के किनारे एक आरामदेह बिल में रहता था।दूसरा मित्र एक काला कलूटा कौवा था । वह पास ही एक जामुन पेड़ पर रहता था । के तीसरा मित्र एक कछुआ था। उसका घर झील …
शेर के बेटे (Class 2 stories in Hindi)
शेर के बेटे एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक शेर और शेरनी रहते थे। एक दिन शेरनी ने दो बच्चों को जन्म दिया। बच्चों को पाकर शेर और शेरनी दोनों बहुत प्रसन्न हुए । शेर ने शेरनी से कहा, “जब तक बच्चे बड़े नहीं हो जाते तबतक तुम घर में ही …
मूषक कन्या (Class 2 stories in Hindi)
बहुत पहले गंगा के तट पर एक आश्रम था । वहां अनेक ऋषि-मुनि रहते थे। उनके गुरु बड़े ही विद्वान और सिद्ध पुरुष थे वे अपनी जादुई ताकत से कई तरह के आश्चर्यजनक काम कर सकते थे । एक दिन वे रोज की तरह बैठकर प्रार्थना कर रहे थे। अचानक आकाश में उड़ते हुए एक …
तेनालीराम का राजगुरु से बदला
तेनाली राम ने कालीदेवी का वरदान प्राप्त किया। उसके मन में बार-बार यह बात उठने लगी कि विजय नगर के राज दरबार में उसे स्थान मिलेगा। देवी के वचन कभी असत्य नहीं हो सकते। तेनालीराम का उचित समय पर विवाह हुआ, एक पुत्र भी पैदा हुआ । वह अपनी माँ और पत्नी को साथ लेकर …
विकट कवि तेनाली रमन
तेनाली कैसे बने तेनाली ? सोलहवीं शताब्दी में आन्ध्र के तेनाली शहर में एक गरीब परिवार में एक बालक का जन्म हुआ। माता-पिता ने उसका नामकरण “रामलिंग” किया । दुर्भाग्य से बालक के पिता का अचानक देहांत हो गया। वह अपने मामा के घर पलने लगा । बालक रामलिंग बचपन से ही बड़ा नटखट था। …
कुत्ते की पूँछ (तेनालीराम की कहानी)
एक बार महाराज कृष्ण देव राय के दरबार में बात चल रही थी कि इंसान की फितरत या स्वभाव बदल सकता है या नहीं। कईयों का मानना था कि इंसान का स्वभाव बदल सकता है और कईयों का मानना था कि जिस तरह कुत्ते की दुम कभी सीधी नहीं होती, उसी तरह मनुष्य की प्रकृति …
10 Hindi Kahani For Class 1
Story 1 चींटी और जलेबी एक छोटी चींटी थी। उसका नाम था भोली भोली को भूख लगी थी। वह भोजन की तलाश करते-करते एक घर में घुस गई। वहाँ उसे एक जलेबी का टुकड़ा मिला। उसने जलेबी खाना चाही। पर वह रुक गई। उसे अपने भाई भोलू की याद आ गई। उसने सोचा- घर ले …