तेनालीराम का राजगुरु से बदला
तेनाली राम ने कालीदेवी का वरदान प्राप्त किया। उसके मन में बार-बार यह बात उठने लगी कि विजय नगर के राज दरबार में उसे स्थान मिलेगा। देवी के वचन कभी असत्य नहीं हो सकते। तेनालीराम का उचित समय पर विवाह हुआ, एक पुत्र भी पैदा हुआ । वह अपनी माँ और पत्नी को साथ लेकर …